tag:blogger.com,1999:blog-36184319.post3363837026717042590..comments2023-07-02T02:24:52.360-07:00Comments on दिल के दरमियाँ PRESENTS "कोई आवाज़ देता है": गज़ल...दिल के दरमियाँhttp://www.blogger.com/profile/14837741195893677668noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-32775302624401145372010-08-28T21:23:58.534-07:002010-08-28T21:23:58.534-07:00aap se jaisi ummeed ki jaati hai yah gazal bhi kun...aap se jaisi ummeed ki jaati hai yah gazal bhi kunwar baicen ka dastkht hi hai <br />aabharbaddimaghttps://www.blogger.com/profile/02636689932378231252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-73479887330122941492009-12-03T07:32:36.737-08:002009-12-03T07:32:36.737-08:00वर्ष 1969-70 की बात होगी, मुरैना मेले में एक मुखड़...वर्ष 1969-70 की बात होगी, मुरैना मेले में एक मुखड़ा सुना था 'ललनहारी मॉंग रही लाल डिठौना' आज तक वह मधुर मुखड़ा कानों में गूँजता है। ऐसा ही एक गीत बिछिया का है।<br />अगर ठीक याद है तो यह गीत आपके हैं और इनके लिये मन आज भी बेकरार है। <br /><br />अनुग्रह की प्रतीक्षा है।<br />तिलकराज कपूरतिलक राज कपूरhttps://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-26932823410241937802009-10-16T23:32:50.293-07:002009-10-16T23:32:50.293-07:00आपके रचाना संसार का आनेद तो यदा-कदा प्राप्त होता ...आपके रचाना संसार का आनेद तो यदा-कदा प्राप्त होता ही रहता है किसी न किसी माध्यम से, आपको समक्ष में सुनने का आनंद भी प्राप्त होता रहा। आपके लिखे किस किस शेर की तारीफ करूँ, संक्षिप्त में कहूँगा कि 'मेरा तो सर भी वहॉं तक नहीं पहुँच पाता, जहॉं कदम के निशॉं आप छोड़ आये हैं।' <br />तिलक राज कपूरतिलक राज कपूरhttps://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-44742375353552859542008-12-18T06:41:00.000-08:002008-12-18T06:41:00.000-08:00वाह बेचैन साहेब.. आपने बहुत ही बढ़िया ग़ज़ल कही, म...<B><I><A> वाह बेचैन साहेब.. आपने बहुत ही बढ़िया ग़ज़ल कही, मै आपकी ग़ज़ल को पढना काफी पहले से पसंद करता हू.. आज ही आपका ब्लॉग भी देखा तो काफी अच्छा लगा..!!<BR/>मै शौकिया ही लिखता हू.. पर कभी आपको वक़्त मिले तो मेरा मार्गदर्शन जरुर कीजियेगा..!<BR/>अच्छी ग़ज़ल के लिए बधाई..!!</A></I></B>GOPAL K.. MAI SHAYAR TO NAHI...https://www.blogger.com/profile/07761138635733104280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-30227290189791017842008-08-12T04:13:00.000-07:002008-08-12T04:13:00.000-07:00KUNWAR JI के सम्मुख प्रस्तुत है #सुमित का तड़का# ओ...KUNWAR JI के सम्मुख प्रस्तुत है <BR/><BR/>#सुमित का तड़का# <BR/><BR/>ओलिम्पिक में बना फ़साना <BR/><BR/>बिंद्रा का क्या लगा निशाना <BR/><BR/>स्वर्ण पदक मिला देश को <BR/><BR/>खुशी से झूमे कवि दीवाना <BR/><BR/>मन में जागी यही ललक <BR/> <BR/>भारत जीते ढेरों पदक।Sumit Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/06852765514850701581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-26898625872331647482008-06-19T10:45:00.000-07:002008-06-19T10:45:00.000-07:00आप की ग़ज़ल पढ़ी। निहायत खूबसूरत ग़ज़ल है और अंदाज...आप की ग़ज़ल पढ़ी। निहायत खूबसूरत ग़ज़ल है और अंदाज़े-बयां, लफ़्ज़ों का चुनाव भी बहुत ख़ूबसूरत है। हिंदी ग़ज़ल में आप जैसे ही शब्दों के <BR/>धनी व्यक्तियों की ज़रूरत है जिससे ग़ज़ल के ब्लॉग लेखकों को पढ़ने और सीखने का मौक़ा मिले। <BR/>सादर<BR/>महावीर शर्माAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-42865970058488022572007-11-17T11:29:00.000-08:002007-11-17T11:29:00.000-08:00आदरणीय कुंवर जीआप की रचना पढने का यह अवसर मिला है,...आदरणीय कुंवर जी<BR/><BR/><BR/>आप की रचना पढने का यह अवसर मिला है, पहली बार.प्राण जी की "मैं गज़ल कहता हूँ" में आपका परिचय पाया.यहाँ आपसे न मिल पाने का अफसोस रहा पर यह नियामत भी कोई कम नहीं.<BR/><BR/>मौत दीवार है, दीवार के उस पार से अब<BR/>मुझको रह-रह के बुलाता है उधर है कोई<BR/><BR/>सच को आइना क्या. मैं ही हू आइना, अक्स भी मैं !!<BR/><BR/>पाँव खुद ब खुद उठते जिधर है कोई<BR/>खामुशी मुझको बुलाती है जिधर है कोई<BR/><BR/>सादर देवीDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-81821655699480868652006-12-27T07:27:00.000-08:002006-12-27T07:27:00.000-08:00Kusum ji bahut bahut dhnayvad.
KunwarKusum ji bahut bahut dhnayvad.<br />KunwarAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36184319.post-77548069510368133932006-11-27T09:44:00.000-08:002006-11-27T09:44:00.000-08:00aderniy kunwar sahab
namaskar
mai to jitni bhi tar...aderniy kunwar sahab<br />namaskar<br />mai to jitni bhi tarif karun kam hai. bahut sundar<br />bahut hi sundar<br />kusum sinhaAnonymousnoreply@blogger.com